
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत के सीनियर पेसर मोहम्मद शमी ने गेंद पर लार के इस्तेमाल की जरूरत के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था कि यदि नियमों में बदलाव नहीं हुए तो यह खेल पूरी तरह से बल्लेबाजों के पक्ष में हो जाएगा। साउथ अफ्रीका के वर्नोन फिलैंडर और न्यूजीलैंड के टिम साउदी ने भी शमी का समर्थन किया था। अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में गेंदबाजों को लार के इस्तेमाल की छूट दे दी है।

BCCI ने IPL टीमों के ज्यादातर कप्तानों की सहमति के बाद आगामी चरण में गेंद पर लार के इस्तेमाल से प्रतिबंध हटा दिया है। शनिवार से शुरू होने वाले IPL के आगामी चरण से पहले मुंबई में कप्तानों की बैठक में यह फैसला लिया गया। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘लार पर प्रतिबंध हटा दिया गया है। अधिकांश कप्तान इस कदम के पक्ष में थे। कुछ को फिर से इसे शुरू करने को लेकर संदेह था, कुछ तटस्थ रहे, लेकिन अधिकांश ने इस कदम का समर्थन किया।’
ऐसा करने वाला पहला टूर्नामेंट:
आईसीसी ने कोविड-19 महामारी के दौरान यह प्रतिबंध लगाया और बाद में 2022 में विश्व संस्था ने इस प्रतिबंध को स्थाई कर दिया था। आईपीएल ने भी कोविड-19 महामारी के बाद लीग में खेल की शर्तों में आईसीसी प्रतिबंध को शामिल किया, लेकिन इसके दिशानिर्देश खेल की संचालन संस्था के दायरे से बाहर हैं। इस तरह गुरुवार को लिए गए इस फैसले से आईपीएल कोविड-19 महामारी के बाद लार के उपयोग को फिर से शुरू करने वाला पहला बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट बन गया है।
यह अच्छी खबर: सिराज

भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने गेंद पर लार लगाने पर से प्रतिबंध हटाने के बोर्ड के फैसले का तहेदिल से स्वागत करते हुए कहा कि इससे गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग करने में मदद मिलेगी। सिराज ने पीटीआई से कहा, ‘यह गेंदबाजों के लिए बहुत अच्छी खबर है। यह हम सभी गेंदबाजों के लिए शानदार खबर है क्योंकि जब गेंद से किसी तरह की मदद नहीं मिल रही हो तब इस पर लार लगाने से रिवर्स स्विंग हासिल करने की संभावना बढ़ जाती है।’ उन्होंने कहा, ‘इसे कभी-कभी रिवर्स स्विंग हासिल करने में मदद मिलती है। गेंद को शर्ट पर रगड़ने से गेंद रिवर्स स्विंग नहीं होती। लार लगाने से गेंद का एक छोर चमकीला बनाने में मदद मिलती है जो रिवर्स स्विंग के लिए महत्वपूर्ण होता है।’
कुछ अन्य नियमों पर भी फैसला
इम्पैक्ट प्लेयर रूल कप्तानों की बैठक के एजेंडे में विवादास्पद ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम भी था। इसे BCCI ने पहले ही कम से कम 2027 तक बढ़ा दिया है। रोहित शर्मा और हाल में हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ी इस नियम पर अपनी आपत्ति व्यक्त कर चुके हैं। एक अधिकारी ने कहा, ‘हालांकि कुछ लोगों ने ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम पर आपत्ति जताई है, लेकिन इससे ‘अनकैप्ड’ बल्लेबाजों और गेंदबाजों को फायदा हुआ है, जिन्हें अन्यथा खेलने का मौका नहीं मिलता।’